कामयाब बेटी या नालायक बेटा (कहानी) अनुशीर्षक में👇👇 बात बहुत पुरानी है हमारे गांँव में लड़कों के जन्म लेने पर खुशियाँ मनाई जाती और लड़की पैदा होने पर लगता जैसे मातम का मौहाल है। एक दिन गांँव में फूलमती नाम की स्त्री ने अपने तीसरे बेटी को जन्म दिया तो उसके घर वालों ने तीनो बेटियों संग घर से निकाल दिया। वो अपने मायके में जाकर रहने लगी और धीरे धीरे मेहनत मजदूरी कर अपने बेटियों को पढ़ाने लगी। इधर पति ने दूसरी शादी कर ली। दूसरे पत्नी से दो बेटे पैदा हुए। बात आई और गई। लगभग 15 साल बाद 3 बेटियों ने पढ़ कर एक अध्यापक, एक पुलिस और एक ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया। इधर दोनों बेटे ने पढ़ा लेकिन कुछ नहीं किया। छोटे वाले बेटे ने गलत संगत के कारण जेल पहुंँच गया। तब पिता ने अपनी बेटी की याद आई जो पुलिस में थी। उसने फूलमती से कह कर बात कर मानने के लिए कहा। लेकिन मांँ ने ही मना कर दिया कहा कि जब मुझे और तुम्हारे बेटी को परवरिश के लिए ज़रूरत थी तो तुमने हमें घर से बेघर कर दिया। अब यहांँ क्या लेने आए हो? पिता उदास मन से घर वापस आ गया। उसने सोचा कि कल बेटी के ऑफिस में जाकर बात करूंँगा हो सकता है वो मान जाए। दूसरे दिन सुबह ऑफिस पहुंँचने पर चपरासी से कहा कि तुम्हारी मैडम का पिता हूंँ, और उससे मिलने आया हूंँ। चपरासी ने अन्दर ऑफिस में जाकर बताया कि आपके पिता आए हुए हैं तो उसने तुरंत अंदर बुला लिया। और चपरासी से पानी और चाय लाने के लिए कहा। पिता ने अश्रुपूर्ण नज़रों से अपनी बेटी की ओर देखते हुए कहा कि तुम्हारा छोटा भाई नशे के चक्कर में जेल में है, तेरी मां से कल मिलकर जमानत पर छुड़वाने के लिए निवेदन किया था लेकिन उसने एक बात ना सुनी। तुम अगर चाहोगी तो तुम्हारा छोटा भाई जेल से छूट जायेगा। थोड़ी से गुस्से में मधुरिमा ने कहा कि वो मेरा भाई नहीं है, लेकिन आपका बेटा जरूर है, इसलिए इस बार जमानत पर तो रिहा हो जायेगा। लेकिन अगली बार से कोई गलत काम किया तो मैं आपकी कोई सहायता नहीं कर पाऊंँगी ना करूंँगी। मेरी मांँ को आपने छोड़ दिया था हम तीनों बहनों के साथ सड़क पर मरने के लिए, वोब्टो नाना और मामा ने हमें अपने घर शरण दी। जिस समय आपकी हम सबको जरूरत था तब आप हमारे साथ नहीं थे। जिसके पैदा होने पर घमंड कर रहे थे, देखिए आज वो कहांँ है? मैं अपनी मांँ की कामयाब बेटी हूंँ, और आप नालायक बेटे के पिता हैं। आज समयंके चक्र ने आपको कैसा दिन दिखाया। पिता के मुँह से एक शब्द भी ना निकला। #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़