Nojoto: Largest Storytelling Platform

White   आंखें मेरी बरसा करें, सावन सदा है छाई यहां

White  
आंखें मेरी बरसा करें,
सावन सदा है छाई यहां,
भीगी पलकें भीगी मैं भी,
बहती चली मैं आई यहां,
जग ये तेरी न है मेरी,
मेरी जग मूरत में तेरी,
डूबे मन की डूबी बूंदें,
खीच मुझको लाईं यहां।
सागर ये गहरी प्रेम की,
डूबी चली मै जाऊं यहां,
लहरें बना तेरे नाम की,
हर पल मै गीत गाऊं यहां,
मेरी मन राग सुन लो,
मुरली को इक और धुन दो,
गहरे रंग की गहराई में,
डूबी चली मै जाऊं यहां।
भूली खुद को जग ये भूली,
जाने कैसे आई यहां,
प्रियसि तेरी मै चली अब,
और न मेरा कोई यहां,
सांवरे की सूरत ये सांवरी,
हो के मै फिरती हूं बावरी,
ढूंढती मेरे श्याम को,
वर्षो सी हर पल रोई यहां।

©Sam
  #sunlo Zara saaware
samedatt2026

Sam

New Creator
streak icon71

#Sunlo Zara saaware #Poetry

180 Views