बाद मुद्दत इश्क़ मेरा आबाद हुआ है । बड़ी शिद्दतों से मोहब्बत का आगाज हुआ है। बढ़ चुकी है धड़कनें बेतहाशा, बड़ा दिलनशीं अंदाज हुआ है। फिर ज़िंदा हो उठी है, बदहवास ज़िन्दगी। आब-ए-हयात सा तेरा मिज़ाज़ हुआ है। written by Ankit Paliwal आब-ए-हयात