दुश्मनों से मैं हँस कर मिला करता हूँ तुम दोस्त हो तभी तो गिला करता हूँ, मैं फूल हूँ लेकिन शौक है वीराने का अक्सर रेगिस्ताँ में ही खिला करता हूँ.. #दुश्मनों से मैं #हँस कर मिला करता हूँ तुम दोस्त हो तभी तो #गिला करता हूँ। मैं फूल हूँ #लेकिन शौक है #वीराने का #अक्सर रेगिस्ताँ में ही खिला करता हूँ।