बड़े मुकम्मल हैं वो लोग , जो समझते हैं जिंदगी को मेहरबानी उसकी । अरे पढ़ाया-लिखाया,कामयाब बनाया सब घर वालों ने, तो फिर क्यों गुलामी उसकी ।। ..सौरभ कुमार केवट #W FOR WRITORS