बचपन का खिलौना भी अब टूट गया, जबसे मेरा यार रूठ गया, खेले थे साथ जो अफसाने लिख रहा, सोची थी जो उड़ाने लिख रहा, पढ़ लो जुदाई बताने के बहाने लिख रहा, था मेरा दोस्त जान से भी प्यारा, एक दूसरे के लिए हमेशा थे सहारा, उठा दे हाथ कोई तो टूट जाए फिर दुश्मन बेचारा, रूठ गया अब यार हमारा ।। ©ek anjan lekhak #ekanjanlekhak #Dosti #friends #Dosti