मनहूसियत इस कदर छायी हम ख्वाबो में हकीकत ढूंढने लगे उसका मुस्कुराना महज इत्तेफ़ाक़ था जाने क्यों हम उसको मोहब्बत समझने लगे कहने को तो हमने यु ही कह दिया अब पढ़ने में दिल नही लगता ये लोग कम्बख्त जाने क्या-से-क्या समझने लगे।। #दिल की बातें #दिल ही जाने #हम भी पागल #तुम भी पागल