कविता - पापा जी का डंडा गोल , मम्मी जी की रोटी गोल , नानी जी का ऐनक गोल , नाना जी का पैसा गोल , बच्चे कहते लड्डू गोल , मैडम कहती दुनिया गोल । कविता संध्या उर्फ सुधा अस्थाना