सितारों भरी रात में इक ख्वाब आया है, शायद उस ज़माने से कोई नवाब आया है, लेकर अपने साथ वो ग़मो का प्याला, मुझे पिलाने वो साक़ी शराब आया है, दीदार में जिसके गुज़रा ये ज़माना, इस दर पे वो सनम बेनक़ाब आया है, न छोड़ा इक पत्ता भी जिस दरख्त पे "सानू" खुद चलकर उस शाख पे गुलाब आया है। ख्वाब #yqbaba #nopowrimo @ghazal