रात की तन्हाई समंदर चाहता तो सहरा मिटा सकता था, उसके होंठों का मैं जाला हटा सकता था, तुम्हारी रूहें थी जब्त की थी मेरे जिस्म को, वरना कितनी रातें तुम्हारे बिन सजा सकता था। #NojotoQuote #ruhein