प्यार है या नही उन्हें हमसे पता नही पर कुछ दूरियां हैं जो मिटाये से भी मिटती नहीं दो जिस्म एक जान हम बन तो चुके हैं लेकिन कुछ दूरियां हैं जो मिटाये से भी मिटती ही नहीं पति पत्नी सा मजबूत रिस्ता तो बांधा है पर कुछ दूरियां हैं जो मिटाये से भी मिटती नहीं कुछ गीले शिकवे तो इतने ठोश हो गए हैं कि इतने मजबूत रिस्ते में भी भूले से भूलते नही में हूं माँ उनके बच्चो की और वो पिता हैं पर कुछ दूरियां हैं जो मिटाये से भी मिटती नहीं। ©Lalita patni kothari #गीले शिकवे