ए जिंदगी तू ठहर जा मै इस जहां से जाना चाहता हूँ सुकून गिरवी रख बहुत कुछ पाया अब उसी सुकून को पाना चाहता हूँ इ जिंदगी तू ठहर जा मै इस जहां से जाना चाहता हूँ जिमेदारियों की तपिश जिस्म जलाती है मै इस तपिश को बुझाना चाहता हूँ ए जिंदगी तू ठहर जा मैं मर जाना चाहता हूँ..... ©Anjay kumar #sukoon #Jimedaariya #thought