हमे,दीवार की काई समझे बैठे हो, रोगन से छुपाना चाहते हो, आने तो दो मेरी बारिश को, क्या बिल्कुल ही सूखा समझे बैठे हो करलो कोशिश कितनी भी उलझनों में उलझाने की, घर के मालिक है हम, क्या किरायदार समझे बैठे हो, चापलूसी की ताकतों से डराते हो, क्या निककम्मा समझे बैठे हो, तुम करते रहो ये हरकते, माफ करता रहूं मैं, क्या इतना सीधा समझे बैठे हो, तुम्हारे बाप का भी बाप हूँ, तुम्हारी जिंदगी को जिल्लत भरी करदूंगा, खबरदार तो हो, या फिर बेखबर ही बैठे हो #gif #kya#samjhe#bethe#ho #nojoto.com #nojotostories #nojotoattitude #nojotoquotes #nojotopoetry #nojoto #nojotohindi #nojotourdu #jillat #kyasamjhebetheho