#TheatreDay इस बार की होली भी सूखी ही बीतेगी, मिठाई तो होंगे पर नमकीन नहीं होगी, अपनों से दूर जो आ गए हैं हम, रंग तो होंगे पर रंगीन नहीं होगी। ©SHASHANK MISHRA sad holi of the people who were far from their home #theatreday