ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। कि देखो मेरी धरती जहां रहती हरियाली। कि जहां पर शिव जी ने पी है जहर की प्याली। कि जहां बहन के लिए हमेशा खड़ा है भैया। कि जहां पर धरती में समा गई सीता मैया। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। कि अम्बर में मैंने हमेशा उन अपनो को ढूंढा। रे अम्बर में मैंने टूटे उन सपनों को ढूंढा। बचपन में ईश्वर ने की हो फूलों की बर्षा। परन्तु कुछ जख्म मिटाने में लग रहा है अर्षा। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। खुश होते कहके कि आस्मां में तारे टूटे। पूरी ना हुई इच्छा तो तारों से रूठे। चँदा मामा कहकर हमेशा पुकारा जिसको। कि अब तो मैं बस खिड़की से देखती उसको। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। अनुश्री दुबे