बस ज़रा सी रोशनी छू जाए, कभी प्यार का एहसास छू जाए, यूं ही न बना है बेहिसाब समन्दर, उन बादलों की बूंदे बरस जाएँ।।— % & #विशेषप्रतियोगिता #collabwithrestzone #restzone #rzलेखकसमूह #rztask239 #rzलेखनसंगी #YourQuoteAndMine Collaborating with Nivedita Nonhare