सुनो कान्हा,🙏🏻 मथुरा,वृंदावन,बरसाने में खेली होली गोपी, राधा कभी न डरी ना सहमी। फिर आज की हर राधा क्यों सिसकी है पराए क्या अपनों से तक डरती है। किस रंग भेष में कोई आएगा और किसको शिकार बनाएगा? कान्हा तुम द्रौपदी को बचाने गए वैसे वहां आना, वरना बरसाने जैसा हमको लट्ठ मारकर कैसे इज्ज़त बचाना है इतना तो सीखला जाना। #स्मिता सप्रे✍️ ©Smita Sapre #बातहरबालाकी