दिल चाहता है तुझ पर लिखती ही जाऊ। न रोकूँ अपनी कलम।। सारी रात जागती रहू। तुझ पर ही लिखती रहूं।। अब इन आँखों मे नींद कहाँ। पहले जैसा सुकून कहाँ।। खो जाती थी जब सपनो में। तुझे पाने की ज़ुस्तज़ू में।। चाहत दिल चाहता है।।