बेचैन मन मेरा मन बेचैन करने को ये तरकीब निकाला है ना मिलता है ना खोता है मुश्किल में डाला है !! वो जिसकी मैने हर जगह लाज रखी हसरत उसने मेरी इज़्ज़त सरे राह उछाला है !! क्यूं मेरी कोई इल्तिजा़ मंजू़र न कि तूने क्यूं हर बार तूने मेरी हर बात को टाला है !! अंधेरे से भरी है मेरी बेचारी ज़िन्दगी.. बाकी सब कि ज़िन्दगी में हर सू उजाला है !! मन्ज़िल कि चह में ताये किया मीलो का सफ़र पेहरो बैठ के रोये तब पांव से कांटे निकाला है #bechainman