यह शहर की सबसे खूबसूरत जगह थी यहां का खूबसूरत संस्कृतिक केंद्र भारत भवन और अभी दिन का सबसे खूबसूरत दिन था एक तरफ तलाब में अस्त होता हुआ सूरज और दूसरी तरफ धीरे-धीरे जगमग करता होगा पूरा बनारस शहर।मैं सीढ़ियों पर बैठा बादलों में बनते मिटते रंग को देख रहा था। " रंग जो मेरे जीवन का उतना ही जरूरी हिस्सा थे जितना दो वक्त का खाना या ताजी हवा और मैं जरूरी हिस्सा था इस जगह का इस घाट का! #बनारस #YourQuoteAndMine Collaborating with सौम्य भारद्वाज