क्या लिखूं यह सूझता नहीं अद्भुत' अनन्य' अलौकिक' तुम्हें तो सारी उपमाएँ कम किस से श्रृँगार करुं अब तुम तो चँद्र-सूर्य धारिणी 🌙 ☀ क्यूं सत्कार करूं तुम्हारा अँग्रेज़ी* थोड़े ही हो तुम तो घर की मुखिया हो मान की अधिकारी #thirdquotebyheart प्रिय परिवारजनों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हिंदी हमारी चेतना का अभिन्न अंग है। हिंदी न केवल हमारे विचारों के आदान-प्रदान का माध्यम है बल्कि ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म का विपुल स्रोत भी है। बतौर एक भारतीय हम हिंदी पर जितना गर्व करें कम होगा। हिंदी के प्रति अपने विचार लिखें।