किरदार बदलने को कहानी ने कह दिया, मंजील नहीं हो तुम ये रवानी ने कह दिया, जिस बात को हम पूरी उम्र बोल ना सके, आँखों के निकलते हुए पानी ने कह दिया, ...... चलो मान ले की सब्र मेरा टूट रहा है, अपना कोई अपनों से कही छूट रहा है, हम मंजिलों की चाह मे भटके थे इस कदर, साया मेरे लिबास का भी रूठ रहा है, ©Amit Dubey #बाते #mayushi #nightsky Sudha Tripathi Dhyaan mira