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एक शाम 7,8 बजे में झील के किनारे टहल रहा था फिर अक

एक शाम 7,8 बजे में झील के किनारे टहल रहा था फिर अकेले बैठ गया  तो अचानक एक आदमी प्रकट हुआ और बोला मैं तो यही रहता हूं । ये झील तो मै तैर के पार कर चुका हूं कई बार तुम कहो तो अभी कूद जाऊ। मुझे लगा आज ये खुदकुशी करेगा। जैसे ही ये  कूदा मै सीधे पुलिस के पास जाऊंगा। फिर एक भयानक विचार मेरे मस्तिष्क में कौंधा। यकीन मानो अगर तुम्हें बचपन से बताया गया हो भूतों के उल्टे पैर होते हैं तो मुझे उसे ऊपर से नीचे देखने में पूरे डेढ़ मिनट लगे और वह 1:30 मिनट कैसे गुजरे मै ही जानता हूं। पर उसके पैर सीधे थे वो नशे में था। सारे भय हमारे दिमाग की उपज होते हैं । #horror_story #life real life incident . #Nainital
एक शाम 7,8 बजे में झील के किनारे टहल रहा था फिर अकेले बैठ गया  तो अचानक एक आदमी प्रकट हुआ और बोला मैं तो यही रहता हूं । ये झील तो मै तैर के पार कर चुका हूं कई बार तुम कहो तो अभी कूद जाऊ। मुझे लगा आज ये खुदकुशी करेगा। जैसे ही ये  कूदा मै सीधे पुलिस के पास जाऊंगा। फिर एक भयानक विचार मेरे मस्तिष्क में कौंधा। यकीन मानो अगर तुम्हें बचपन से बताया गया हो भूतों के उल्टे पैर होते हैं तो मुझे उसे ऊपर से नीचे देखने में पूरे डेढ़ मिनट लगे और वह 1:30 मिनट कैसे गुजरे मै ही जानता हूं। पर उसके पैर सीधे थे वो नशे में था। सारे भय हमारे दिमाग की उपज होते हैं । #horror_story #life real life incident . #Nainital
prakash3098

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