तुम सा नहीं है कोई भी ज्ञानी, गुरु की महिमा सब जग जानी। जिसके सिर पर हो हाथ तुम्हारा, जीवन संवर जाए उसका सारा। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार...📖 💫आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को गुरू पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं..🙏🙏 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-27 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा। 💫 प्रतियोगिता ¥27:- गुरु की महिमा