कभी फुसरत में बैठ कर सुन ना इस कायनात से परे एक दुनिया दिखाई देगी झूठ फरेब लालच सब छूट जायेगा जिन्दगी की रंगीन लकीरें वहीं दिखाई देगी.. ©Drx. Mahesh Ruhil #वादियां