Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितनी मसूंम सी अदा है आपकी बढ़ी कातिल सजा है आपकी

कितनी मसूंम सी अदा है आपकी 

बढ़ी कातिल सजा है आपकी 

वो मोहब्बत भी आज अदा कर लो 

जो बरसो से कजा है आपकी 

मैं आपके माथे को चूमना चहता हूँ 

अगर इसमे रजा है आपकी 

ये मौसम चांद तारे क्या 
सारी की सारी फिजा है आपकी

बढ़ी सादगी से खा जाते हो मेरी नींदे 

मेरे खुआब मानो जैसे गिजा है आपकी

©Riyashaikh
  #मोहाब्बत  Dipak Mardi Shankar Roy ficklemoonlight  Dr Rahul chaudhary Ankita Shukla