दो वक्त़ की रोटी कमाने के लिए, पूरी दुनिया दौड़ती है,
रोटी की भूख ऐसी है जो ज़िन्दगी के हर रंग दिखाती है,
अमीर हो या गरीब हो, भूख तो हर किसी को है सताए,
भूख का कोई मज़हब नहीं, न ये कोई धर्म ही देखती है।
न जाने कितनी ही जिंदगियांँ, यहांँ रोज भूखी सोती है, #ज़िन्दगी#nojotohindi#sahamili