तुम तोड़ दोगे मुझको, मैं फिर खिल कर आऊंगा। ठंडी ओंस को छूकर, खुश्बू में मिल कर आऊंगा।। भंवरो की गुन-गुन में, मुझे बहकना आता है। किसी के इश्क़ में इत्र से, मुझे महकना आता है।। अगर अर्थी पे हूँ तो, मुर्दे पर भी चुभता शूल हूँ मैं। गर सजा माला या गजरे में, तो बस एक फूल हूँ मैं।। #Bloom #story of #Flower