#OpenPoetry लोग टूट जाते है एक घर बनाने मे.. तुम तरस नही खाते शहर जलाने मे.. हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते है.. उम्र बीत जाती है. दिल को दिल बनाने मे.. ~अकshay दिल को दिल बनाने मे..