"कुछ इच्छा मन की डाली पर अटकी लेकर कुछ, जीवन-पथ पर भटकी.... इन इच्छाओं का न छोर पाया, हर इच्छा हृदय में खटकी...... हुई पूर्ण, तो कुछ एक टूटी, चली साथ, देकर फिर पटकी..... चाहा छुड़ा लूँ, पीछा इनसे जाने क्यों, ये मुझमे सिमटी..... ©✍🏻Poonam Bagadia "Punit" "कुछ इच्छा मन की डाली पर अटकी.... #NojotoHindi #EmotionalHindiQuotestatic #Quotes #Shayari #Poetry #Kalalaksh #Kavishala #tst #Zindagi #Author