Nojoto: Largest Storytelling Platform

अलिक अलक के जाल बीच हरित रहे सिन्दूर से, हरितालिका

अलिक अलक के जाल बीच हरित रहे सिन्दूर से,
हरितालिका व्रत वही रिवाज में मंजूर -से,
लाली काली (जुल्फें ) गोरी (सूरत ) गोरी ! रच जाये नूर से,
रंग छूटे न जीवन में कोई पास कि दूर से,
हरियाली लेकिन हो, हो पथ प्रशस्त ले मान,
पीले हाथ भी रखें गति नित चलायमान,
धन्यवाद हरित - अलिका व्रत,
व्रती निरंतर रत !🎉

©BANDHETIYA OFFICIAL
  #हरितालिका व्रत !

#Gulaab  Anshu writer Satabdi Neogi –Varsha Shukla
अलिक अलक के जाल बीच हरित रहे सिन्दूर से,
हरितालिका व्रत वही रिवाज में मंजूर -से,
लाली काली (जुल्फें ) गोरी (सूरत ) गोरी ! रच जाये नूर से,
रंग छूटे न जीवन में कोई पास कि दूर से,
हरियाली लेकिन हो, हो पथ प्रशस्त ले मान,
पीले हाथ भी रखें गति नित चलायमान,
धन्यवाद हरित - अलिका व्रत,
व्रती निरंतर रत !🎉

©BANDHETIYA OFFICIAL
  #हरितालिका व्रत !

#Gulaab  Anshu writer Satabdi Neogi –Varsha Shukla