कुछ घाव मरहम लगाने से भरते हैं, कुछ घाव गम बांटने से भरते हैं, कैसा खेल है किस्मत का, कुछ घाव चाहते हुए भी नहीं दिखते, कुछ घाव ना चाहते हुए भी दिख जाते हैं। आंखें पढ़ कर सिर्फ बीमारियों का पता डॉक्टर ही लगा सकता है, और एक सच्चा इंसान ही इंसान की आंखें पढ़ कर उसकी इंसानियत बता सकता है। -MereAlfaz❤ #MereAlfaz❤