मोहब्बत की इंतहा कैसे बताए कितनी मोहब्बत है तुमसे ये कैसे जताए,इज़हार ए आशिकी हमे आती नही दिल से तेरी यादे जाती नही बहुत समझाया इस दिल को बहुत मनाया इस दिल को फिर भी दिल मेरा बाज़ न आया तुम्हारे बिना दिल मेरा बे-करार रहता है टूट जाने के लिए भी तैयार रहता है दिल ए नादान जिद्द पर अड़ा रहता है अपना सब कुछ तुम्हे जो समझ बैठा है ©GNSQ Hussaini #Love #lovequotes #gnsqhussaini #yourquote #Facebook #Instagram #Poetry