तन्हाई में अगर तुम हो ग़मगीन, वो खुदाया खेर खुश कैसे हो सकता है मुहब्बत की चिंगारी में भला, तन्हाई का अंधेरा कब तक रुक सकता है........ #YourQuoteAndMine Collaborating with Pragya Thakur