रात का अंधेरो से भरा सपना नए आशाओ की किरण ढूंढता है।। माँ की ममता सी कोमल यादो को संजोकर एक प्यारी सी अंगड़ाइयो में धीमे धीमे पिरोता है।। शाम से दिल का ये आलम है तो जाने सुबह तक क्या होगा! #सुबहतक #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #munasif_e_mirza