बात- बात पर आँखों से अश्रु आ जाती हैं मानती हूँ कि मैं दिल की कमजोर हूँ किंतु बुरी भी नहीं हूँ|| दिल को कठोर रखना सीख रही हूँ मानती हूँ कठोर रहना सीख जाऊँगी किंतु अभी सीख नहीं पायी हूँ|| जब तक हृदय कोमल है तब तक दुनिया के लिये प्रेम लिये घूम रही हूँ|| जिस दिन मैं सब से किनारे कर लूँ खुद को किसी के प्रति प्रेम न रहे किसी की बात का कोई परवाह न रहे उस दिन समझ लेना मेरा हृदय कठोर हो गया मैं पत्थर दिली हो गयी|| ©shreya chaturvedi #Nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #shreya_chaturvedi #shreya_chaturvedi_writes #chaturvedi_writes #Dark