हे मंगलमूर्ति हे धूम्रकेतु... तू करे सिद्ध सब काम। हे विघ्नहर्ता हे मूषकवाहन... करे कष्टों का काम तमाम। हे गजकर्णक हे एकदंत... तेरे हैं न जाने कितने नाम। हे वक्रतुण्ड हे गणपति... सोहे मोदक और चढ़े तोहे पान। हे भालचंद्र हे गजानन... रहे हम पर सदा तेरा वरदान।🙏 हे मंगलमूर्ति हे धूम्रकेतु... तू करे सिद्ध सब काम। हे विघ्नहर्ता हे मूषकवाहन... करे कष्टों का काम तमाम। हे गजकर्णक हे एकदंत... तेरे हैं न जाने कितने नाम। हे वक्रतुण्ड हे गणपति... सोहे मोदक और चढ़े तोहे पान।