सर जिस पे न झुक जाए उसे दर नहीं कहते हर दर पे जो झुक जाए उसे सर नहीं कहते का'बे में मुसलमान को कह देते हैं काफ़िर बुत-ख़ाने में काफ़िर को भी काफ़िर नहीं कहते। क्या अहल-ए-जहाँ तुझ को सितमगर नहीं कहते कहते तो हैं लेकिन तिरे मुँह पर नहीं कहते। कहते हैं मोहब्बत फ़क़त उस हाल को 'बिस्मिल' जिस हाल को हम उन से भी अक्सर नहीं कहते। ~बिस्मिल सईदी . ©Hilal Hathravi #Dar #Sar #Qaaba #Bismil #Sitamgar