अब शब्द मुझे लिखते हैं अब मैं मेरे बस मैं नहीं यॉर कॉट में हम बसते हैं ओर कहीं ठिकाना नहीं 2019 की शुरुआत में YQ दीदी ने कहा रोज़ लिखा करो अभ्यास करो तबसे थोड़ा ही सही परिवर्तन आया है आत्मविश्वास बढ़ता पाया है और ये सब परिवर्तन खुशनुमा है कलम की धार बढ़ती जा रही है और लिखने की इच्छा भी अब 'अहसासों को अल्फ़ाज़" जल्द मिल जाते हैं विषय मिलते ही लिखने को शब्द जल्दी मिल जाते हैं यात्रा अनवरत जारी रखें प्रभु से प्रार्थना है वीणावादिनी की जय ! एक समय था, जब आप शब्द को लिखते थे मगर क्या आपको महसूस नहीं होता, अब शब्द आपको लिख रहे हैं! रोज़ एक नई शक्ल, एक नया रूप, एक नया रंग दे रहे हैं आपको ये शब्द। #शब्दमुझेलिखतेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #PramodT