#OpenPoetry ख़ामोश लव है झुकी है पलकें दिलो में उल्फ़त नई नई है।। अभी तकल्लुफ़ है गुफ्तगू में अभी मोहब्बत नई नई है खामोश लव है झुकी है पलके दिलो में उल्फ़त नई नई हैं।। अभी न आएगी नीद तुमको अभी न हमको सुकूँ मिलेगा अभी तो धड़केगा दिल ज्यादा अभी ये चाहत नई नई है। ख़ामोश लव है.....नई नई हैं।। जो ख़ानदानी रईस है वो मिजाज रखते है नर्म अपना तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है। ख़ामोश लव है झुकी है पलके दिलो में उल्फ़त नई नई है ।। खामोश लव हैं.....😊