कलम सिर्फ कलम नहीं, कोई अपना साथ लिखता हैं, कोई दूरी का एहसास लिखता हैं। कोई प्रेम का रस लिखता हैं, कोई विरह की वेदना लिखता हैं। कोई जीवन का आनंद लिखता हैं, कोई सफलता का संघर्ष लिखता हैं। और कोई अंत को शव लिखता हैं, तो कोई प्रारंभ को शिव लिखता हैं। #जय_श्री_महाकाल