लोगों की हर गलती को नादानी समझा शख्सियत आप सी देखी ना दूजी उम्दा मामला कितना भी क्यों ना हो पेचीदा आपकी समझ और शब्दों से हमेशा सुलझा।। ©Mohan Sardarshahari बड़े होने का अर्थ