आंख में आंसू नहीं जिंदगी है आशिकों की रोती ऐसी तकदीरे आशिकों क्यों होती ऐसी? हिम्मत सिंह Writing# thinking # Punjabi poetry# Hindi poetry #Urdu poetry# आंख में आंसू नहीं जिंदगी है आशिकों की रोती ऐसी तकदीरे आशिकों क्यों होती ऐसी? हिम्मत सिंह