विश्वास कि ये डोर है नाजुक थामना इसे संभाल के, रूह से इश्क़ का बंधन है ये कही टूट न जाए मजधार में ! बीच बवंडर मे फंसी है कश्ती तेरे साथ की दरकार में, पहुंचा दे इसे किनारे पे मेरे भरोसे की पतवार से ! तेरे साथ के हर इक लम्हे मे दिल कहता था यही बातें, नासमझ कहा जानता था तुझे तोड़ देना है ये भरोसा और ये वादे! बाकी तो न रहा कुछ सिवाय इक पछतावे के, कर तो लिया इक बार भरोसा अब न कर पाएंगे फिर से ! ~~shubhi~~© #vishwas अब न कर पाएंगे फिर से........ #nojoto #nojotoapp #nojotopoetry #believe #nojotohindi #nojotomusic #poetry #shayri Dilwala™️ Soumya Jain Shayar