जहा भी रहो बस खुश रहो यही दुआ है हमारी मिलो या न मिलो बस जिंदा रहे दूर की यारी क्या कुछ दे जाता हैं दूर का एहसास दूर रह कर भी निभा जाते है न मिलने बाले यार.. सतीश गुप्ता ©satish gupta 12aprail 2023