//मोहब्बत में बग़ावत// ******************* हमने चरागों को देर शाम तक जलते हुए देखा है। परवानों को इश्क़ की आग में तपते हुए देखा है। नवाज़िश इश्क़ की जब तक किसी को मिलती नहीं। हमने कइयों को इश्क़ के लिए तड़पते हुए देखा है। मोहब्बत की बग़ावत करते हैं वही सिरफिरे आशिक़। जिनको इश्क़ की चाह में अक्सर भटकते हुए देखा है। मुमकिन नहीं कि ढूँढ़ने से किसी को इश्क़ मिल जाये। हमने किस्मत वालों में ही इश्क़ पनपते हुए देखा है। जब तलक मुकर्रर नहीं होता इश्क़ उस ख़ुदा से। हमने मुक्कमल चाहत को भी बिछड़ते हुए देखा है। कोई कुछ भी कहे इश्क़ की एक खास बात ये भी है। हमने इश्क़ में आशिक़ों को हद से गुजरते हुए देखा है। कोरा काग़ज़ Subscriber Challange-14 विषय :- मोहब्बत में बग़ावत Pic Credit :- Pinterest हमने चरागों को देर शाम तक जलते हुए देखा है। परवानों को इश्क़ की आग में तपते हुए देखा है।