अक्सर जब हम आँख बंद करके चल रहे होते हैं, तब हमें सबसे महत्वपूर्ण लोग मिल जाया करते हैं, क्यूँकि उन्हें ढूंढने के लिए आँखे नहीं नसीब कार्यकर होता है। मिल गया वो जब ढूंढने का सोचा नहीं था।