देखके हंसी तेरी देखके हंसी तेरी, दिल कमल सा खिल उठता है। अब पता चला ,खिले गुलाब भंवरा क्यों झुकता है। इतने चेहरे तो घूमते हैं, दिल तुझी पे क्यों अटकता है। सूझता कुछ भी नहीं बिन तेरे, तुमसे प्यार हुआ लगता है। ©Anuj Ray #देखकर हंसी तेरी