कुछ ख्वाइशें अब भी अधूरी हैं; ना जाने कब पूरी होगी... x2 अब तो बेसब्री से उस रात का इन्तेजार है, जिसकी कोई अगली सुबह नही होगी.... ~RuchikaKushwaha✍ maut wali raat by #ruchika_kushwaha