सोचा न था कि हम भी कभी प्यार करेंगे, किसी और पर अपनी जान निसार करेंगे। अनजान के हम मोहब्बत की गलियों से, जाने कैसे तेरे संग संग इनमें चलने लगे। सोचा ना था हम किसी का इंतजार करेंगें, जिंदगी में खुद से ज्यादा उसे प्यार करेंगें। चाहत बन जिंदगी में जाने कब वो आ गया, जाने कैसे नैन उसी के दीदार को तरसने लगे। सोचा ना था हम भी किसी पर ऐतबार करेंगे, खुदा बना उसकी मोहब्बत का सजदा करेंगें। ♥️ Challenge-727 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।